जय जय शंकरा, जय जय शंकरा ,
राह निहारे भक्त तुम्हारे कर जोडे तेरे द्वार,
आजा महाकाल आजा, उज्जैन नगरी के राजा,
हाथ में डमरू शंख विशाला, भोले नाथ का रूप निराला,
डम डम बाज रहा डमरू, भोले नाथ का बाजा ,
आजा महाकाल आजा, उज्जैन नगरी के राजा,
लाई है तकदीर मुझे, तेरे ही दर पर,
न भटकेगे न जाऐगे , किसी और के दर पर
जय महाकाल जय महाकाल जय जय महाकाल
जय महाकाल जय महाकाल जय जय महाकाल
लाई है तकदीर मुझे, तेरे ही दर पर
न भटकेगे न जाऐगे , किसी और के दर पर
दर्शन को तेरे आये है , हम तेरे ही घर पर ,
आजा महाकाल आजा, उज्जैन नगरी के राजा
तू त्रिलोकी तू अविनाशी, तू भोला भंडारी,
तू कैलाशी तू बिषधारी , बाघम्बर त्रिपुरारी,
जय महाकाल जय महाकाल जय जय महाकाल,
जय महाकाल जय महाकाल जय जय महाकाल
तू त्रिलोकी तू अविनाशी, तू भोला भंडारी
तू कैलाशी तू बिषधारी, बाघम्बर त्रिपुरारी
तुम हो कालो के भी काल, उज्जैन नगरी के राजा,
आजा महाकाल आजा, उज्जैन नगरी के राजा ,
रूप तेरा रौद्र है, तू भस्म को ओडे हुये,
तू काल का है देवता, तू नाचे तो ये जग हिले,
तू नाचे तो ये जग हिले, तू नाचे तो ये जग हिले,
आरंभ तू और अंत तू, तू दुनिया का आधार है
तू दुनिया का आधार है ,
तू जिसपे हो प्रसन्न मानो उसका उधार हैंं,
Jay Jay Shankara Jay Jay Shankara
Devotees looking at the path, add your taxes to your doors,
Aaja Mahakal Aaja, the king of Ujjain city,
Damru conch shell in hand, the form of Bhole Nath is unique,
Dum Dum Baaz Raha Dumru, Bhole Nath’s Baaja,
Aaja Mahakal Aaja, the king of Ujjain city,
Luck has brought me, at your rate,
will not go astray, at someone else’s rate
Jay Mahakal Jay Mahakal Jay Jay Mahakal
Jay Mahakal Jay Mahakal Jay Jay Mahakal
Luck has brought me, at your rate
will not go astray, at someone else’s rate
You have come to see us, we are at your own home,
Aaja Mahakal Aaja, the king of Ujjain city
You are triloki, you are imperishable, you are innocent Bhandari,
You are Kailashi, you are Bishdhari, Baghamber Tripurari,
Jay Mahakal Jay Mahakal Jay Jay Mahakal,
Jay Mahakal Jay Mahakal Jay Jay Mahakal
You are triloki, you are imperishable, you are innocent Bhandari.
Tu Kailashi Tu Bishdhari, Baghamber Tripurari
You are the time of Kaalo, the king of Ujjain city,
Aaja Mahakal Aaja, the king of Ujjain city,
Form is your anger, you are covered with ashes,
You are the deity of Kaal, if you dance then this world will shake,
If you dance, this world will move, if you dance, this world will move,
You are the beginning and you are the end, you are the basis of the world
You are the basis of the world,
You are happy with whomever you are, as if you are a loan.