राधे कभी बनेगा तो समजेगा सँवारे,
रोते है क्यों विरहा में ये नैन वनवारे,
राधे कभी बनेगा तो समजेगा सँवारे,
तू किसी को दिल से चाहे तेरा दिल वो तोड़ जाये,
छलिया तुझे भी कोई राहो में छोड़ जाये,
क्या बीत ती है दिल पे जो प्रीतम दगा करे
राधे कभी बनेगा तो समजेगा सँवारे,
चुब्ते है शूल बन कर क्यों फूल पाँव में,
लगता नहीं है मन क्यों अपने गांव में
क्यों चाहता है जीके कोई बात न करे,
राधे कभी बनेगा तो समजेगा सँवारे,
एक युग सा गुजर ता है इक पल जुदाई वाला,
उस पल की पीड़ तू क्या जाने ओह नन्द लाला,
जिसे तू न भूल पाये वो तुझे याद न करे,
राधे कभी बनेगा तो समजेगा सँवारे,
If Radhe ever becomes, you will understand
Why do these Nain Vanwaras cry in Viraha?
If Radhe ever becomes, you will understand
If you want someone from your heart, it breaks your heart,
Somebody should leave you in the way too deceitful,
What happens to the heart that Pritam does?
If Radhe ever becomes, you will understand
Why does the flower become a prong in the feet,
I don’t feel like why in my village
Why does GK want no one to talk,
If Radhe ever becomes, you will understand
It is like an era, a moment of separation,
What do you know about the pain of that moment Oh Nand Lala,
Whom you can’t forget, don’t remember you
If Radhe ever becomes, you will understand