मेरे राम की प्राण प्रतिष्ठा है चलो अयोध्या धाम को
यह राम राज्य की स्थापना है भारत की गद्दी पर एक सन्त बैठे हैं। भारत के सन्त की साधना को देखो।सन्त के हृदय की पुकार में जन कल्याण की प्रार्थना होती है। भारत की गोरव गाथा की रचना हुई है हमारे शासक ने विश्व कल्याण का मार्ग दर्शाया है
एक सन्त ने जन जन मे भक्ति को जगाया है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा मंदिर की स्थापना के साथ साथ राम राज्य की स्थापना है। मन मंदिर की सजावट है। राम राज्य क्या है एक सन्त के हदय की एक ही प्रार्थना होती है मेरा राष्ट्र भक्ति के रंग में रंग जाये। राम भावना की यह जागृत है सत्य के पथ हम सब चलते हुए राष्ट्र को उन्नति की राह पर ले चले
। भक्त कहता है प्रभु तुम चाहे मुझे कठिन समय देना पर मेरा राष्ट्र के जन जन मे भक्ति की प्रभु प्राण नाथ के प्रेम की नींव बो देना। राम मंदिर वास्तव में जन जन के ह्दय में भक्ति प्रेम सद्भावना का रोपण है। मंदिर भव्य बना है हमारा ऐसे ही हमारे ह्दय बङे बने हैं। जब जब राम लहर उठती है राम भावना से हम ओतप्रोत हुए। भगवान राम त्याग की प्रति मुर्ति है। ऐसे ही जन जन मे सेवा भाव की जागृति हुई है। भारत के सन्त की साधना को देखो जिन्होंने जन जन के हृदय में चेतना की जागृति कर डाली। राम नाम हमारे अन्दर विस्वास को दृढ कर रहा है।
मोदीजी और योगी जी ने एक एक क्षण देश सेवा में समर्पित किया है।
हर व्यक्ति का ह्दय चाहता है।
मेरे राम प्रभु जी की मै सेवा करू कला का उदय हुआ संस्कृति की यह जागरूकता हैं। राम राम जब हम जपते ह्दय आनंद से भर जाता है। ह्दय के द्वार जब खुलते हैं तब पवित्रता जागृत होती है सत्य के पथ पर चलते हैं ह्दय कुछ भी प्राप्त करना नहीं चाहता है। जन जन की भावना की पवित्रता गोरव गाथा की रचना है युगों युगों के बाद गोरव गाथा की रचना होती है देश की बागडोर जब सन्त के हाथ में आती है। युग राम राज का आता है। धर्म संस्कृति जब दृढ होता है। तब हमारे अन्दर के विकार जल जाते हैं।
अब तक सभी दोङ रहे थे सबकुछ बटोरने के लिए। अब समय ऐसा आया है भाव जाग्रत हुए हैं।जब जब देश की सामाजिक आर्थिक पुनरुत्थान और राजनीतिक राम राज्य कर्म का शुद्धतम रूप है। जब जब संकट की घङी आती है धर्म निष्ठ कर्तव्य के पथ पर चलता है। राम राज्य में जाति पाती का कोई मोल नहीं
अब सभी एकता के सुत्र में बंधे हुए हैं। राम राज्य धन और वैभव से नहीं बना करता है।भक्ति की लहर का उठना राम राज्य है। मै उठते बैठते प्रभु राम से प्रार्थना करती। हे प्रभु प्राण नाथ देश की बागडोर सत्य निष्ठ के हाथ में दे देना। हे राम हे भगवान एक सत्य निष्ठ कर्तव्य परायण ही युग का निर्माण करता है। देश तभी सुरक्षित होता है जब देश का शासक कर्तव्य के पथ पर चलता है यही राम राज्य है। मेरे प्रभु प्राण नाथ मै तुम्हारी कर जोड़ कर प्रार्थना करती हूं। देश की बागडोर सन्त के हाथ में थमा देना। सन्त ने हमें कुछ भी करने के लिए नहीं कहा। सन्त सनातन धर्म को जागृत पैदा कर दीं। हम हिन्दू सत्य सनातन है ।भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम है। जय श्री राम अनीता गर्ग
My Ram’s life is respected, let’s go to Ayodhya Dham
This is the establishment of Ram Rajya. A saint is sitting on the throne of India. Look at the sadhana of the saint of India. The call of the heart of the saint contains a prayer for the welfare of the people. India’s Gaurav Gatha has been composed. Our ruler has shown the path to world welfare.
A saint has awakened devotion among people. The consecration of Ram temple is the establishment of Ram Rajya along with the establishment of the temple. The mind is the decoration of the temple. What is Ram Rajya? There is only one prayer in the heart of a saint, that my nation should be colored in the colors of devotion. This is the awakening of Ram Bhavana. Let us all walk on the path of truth and take the nation on the path of progress.
, The devotee says, Lord, you may give me difficult times but I want to sow the foundation of devotion and love for Lord Pran Nath in every person of the nation. Ram temple is actually the planting of devotion, love and goodwill in the hearts of people. Our temple has become grand, similarly our hearts have become big. Whenever the Ram wave rises, we are filled with the spirit of Ram. Lord Ram is the embodiment of sacrifice. In this way, the spirit of service has awakened among the people. Look at the sadhana of the saint of India who awakened consciousness in the hearts of the people. The name of Ram is strengthening the faith within us.
Modiji and Yogi ji have dedicated every moment to serving the country.
Every person’s heart desires.
I should serve my Ram Prabhu ji. This is the awareness of culture that has given birth to art. When we chant Ram Ram, our heart is filled with joy. When the doors of the heart open, purity awakens and we walk on the path of truth. The heart does not want to achieve anything. The purity of the sentiments of the people is the creation of Gorav Gatha. After ages, Gorav Gatha is created when the reins of the country come into the hands of a saint. The era of Ram Raj comes. When religion and culture become strong. Then the vices within us burn away.
Till now everyone was running to collect everything. Now the time has come when emotions have awakened. Whenever the country’s socio-economic revival and political Ram Rajya is the purest form of Karma. Whenever the hour of crisis comes, the religious follow the path of duty. There is no value of caste in Ram Rajya
Now everyone is tied in the thread of unity. Ram Rajya is not built by wealth and glory. The rising wave of devotion is Ram Rajya. I used to pray to Lord Ram while getting up. O Lord Pran Nath, please hand over the reins of the country to a person of integrity. O Ram, O Lord, only a truthful and dutiful person creates the era. The country is safe only when the ruler of the country follows the path of duty, this is Ram Rajya. My Lord Pran Nath, I pray to you. Handing over the reins of the country to a saint. The saint did not ask us to do anything. The saints awakened Sanatan Dharma. We Hindus are true and eternal. Lord Ram is Maryada Purushottam. Jai Shri Ram Anita Garg