सुन ले ओ भोले विनती हमारी भकत पुकारे आज,
कैलाश पर्वत में धुनि रमाये बैठे है भोले नाथ.
कैलाश पर्वत में रहने वाला रूप तुम्हारा जग में निराला,
सारा जगत भोले का दीवाना,भोले है सबसे महान,
कैलाश पर्वत में धुनि रमाये बैठे है भोले नाथ.
बम बम भोले ओखडदानी जटो में गंगा मैया समानी,
गांजा भांग की चिलम चढ़ाये खाये है भोले भांग,
कैलाश पर्वत में धुनि रमाये बैठे है भोले नाथ.
हे भोले दानी तू अंतर यामी,
महिमा तुम्हारी जग में निराली,
करदो दया करीना पे भोले तेरा गाउ सदा गुणगान,
कैलाश पर्वत में धुनि रमाये बैठे है भोले नाथ.
Listen, O naive prayer, call our devotion today,
Bhole Nath is sitting in Mount Kailash.
Your form living in Mount Kailash is unique in the world.
The whole world is crazy about the naive, naive is the greatest,
Bhole Nath is sitting in Mount Kailash.
Bam Bam Bhole Okhadani Jato Mein Ganga Maiya Samani,
Ganja has been offered to the chilam of hemp and has eaten naive hemp,
Bhole Nath is sitting in Mount Kailash.
O naive philanthropist, you are the difference.
Glory is unique in your world,
Do merciful kareena pe bhole tera cow always glorified,
Bhole Nath is sitting in Mount Kailash.