तर्ज :-जहाँ डाल-डाल पर सोनेे की
जहाँ बार -बार जाने को, भक्तों मन करे हमारा,
वो खोली धाम है प्यारा, वो पावन धाम है न्यारा,
जहां मोहन नाम पाप हरे, श्री राम का मिले सहारा
जहाँ मन्दिर मोहन राम का,
मन को बड़ा लुभाये।
जहाँ सिंहासन नेत राम का,
भक्तों को न्याय चुकाये।
तोड़-जहाँ शिव दरबार निराला,
भक्तों का रखवारा,
वो खोली धाम है प्यारा…
जहाँ दीन दुःखी सब आते हैं,
और अपना कष्ट मिटाते है।
जहाँ कृष्ण अवतारी की महिमा,
भक्तशिरोमणी गाते,
तोड़-जहाँ राजा रंक लगाये अर्जी,
फल खाये जग सारा,
वो खोली धाम है प्यारा…
जहाँ सूनी गोद भरे किलकारी,
भक्त कभी ना तरसे,
जहाँ भाव भक्ति का भोग लगे और,
ममता झर झर बरसे,
तोड़-जहाँ अंधियारा जीवन से दूर हो,
आंगन हो उजियारा,
वो खोली धाम है प्यारा….
जहाँ हर दोज मेला लागे,
आये नर और नारी,
महेन्द्र फौजी को गले लगाले,
ओ मोहन तपधारी,
तोड़ -जहाँ गुरु ओ. पी. मोहन के भजन सुनाये,
ध्यान धरे जग सारा,
वो खोली धाम है प्यारा….
Lines:- Where to sleep on the put-up
Where to go again and again, the devotees mind us,
That opened abode is lovely, that holy abode is different,
Where Mohan’s name is sinful, Shri Ram’s support is found
Where the temple of Mohan Ram,
Enchant the mind.
Where the throne leader Rama’s,
Pay justice to the devotees.
Break-where Shiva’s court is unique,
the caretaker of the devotees,
That is the holy place, lovely…
Where all the poor come,
and removes his suffering.
Where the glory of Krishna Avatar,
Bhaktshiromani sings,
Break-where the king applies his rank,
Eat fruits, the whole world
That is the holy place, lovely…
Where empty laps filled with kilkari,
Devotees never yearn,
Where devotion is enjoyed and,
Mamta rained heavily,
Break-where darkness is far from life,
the courtyard is light,
That is the holy place, lovely….
Where fairs are held every day,
came male and female,
Mahendra hugged the soldier,
Oh Mohan Tapadhari,
Tod – Jahan Guru O. Hear the hymns of P. Mohan,
Attention world, Sara
That is the holy place, lovely….