हे माधव

मैं हूँ मेरी तन्हाई हैं और ख्यालों मे तुम हो,
मुस्कुराती तुम्हारी बातें और होंठों की हंसी तुम हो

नींद मे बोझिल पलकें और सारे ख्वाब तुम हो,
महकता तन मेरा और हवाओं मे खुशबू तुम हो

मैं हूँ मेरे सवाल हैं और हर जवाब तुम हो,
कभी भूल कर न भूलू और हर साँस तुम हो..

मैं तड़पती ज़मी और सुहानी बरसात तुम हो,
अधूरी सी कहानी दिल की और पूरा प्यार तुम हो

गीली पलकों की नमी और बेरहम याद तुम हो,
अनछुआ दिल का कोना
और रुह मे घुला एहसास तुम हो मेरे मोहन

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