गणेश जयंती के पर्व को हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस पर्व को लोग माघी गणपति, माघ शुक्ल चतुर्थी, तिलकुंड चतुर्थी और वरद चतुर्थी के नाम से भी जानते हैं। यह त्योहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र क्षेत्र में मनाया जाता है। इस साल यह १३ फरवरी के दिन मनाया जाएगा। यह वह खास समय है, जब लोग भक्ति भाव से गणेश जी की वंदना करते हैं।
गणेश जयंती शुभ मुहूर्त और तिथि-
माघ माह के शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि की शुरुआत १२ फरवरी, २०२४ दिन सोमवार शाम ०५:४४ मिनट से होगी। वहीं इसका समापन १३ फरवरी दिन मंगलवार दोपहर ०२:४१ मिनट पर होगा। इसके साथ ही गणेश जयंती की पूजा का समय १३ फरवरी दोपहर ११:२९ से ०१:४२ तक का है।
गणेश जयंती पूजा विधि-
इस शुभ दिन को और भी खास बनाने के लिए भक्त उपवास रखते हैं और बप्पा की सच्ची श्रद्धा के साथ पूजा करते हैं। कुछ लोग अपनी और अपने परिवार के समृद्धि को बढ़ाने के लिए अपने घर में भगवान गणेश की नई प्रतिमा भी लाते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन भगवान गणेश को मोदक और लाल रंग का चोला अर्पित करना चाहिए। इससे मनचाही इच्छा पूर्ण होती है।
साथ ही ज्ञान और कला में वृद्धि होती है। जो जातक लगातार किसी समस्या से परेशान हैं उन्हें विघ्नहर्ता की पूजा अवश्य करनी चाहिए।
भगवान गणेश का मंत्र-
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति करो दूर क्लेश।। ।। श्रीगणेशाय नमः ।।
The festival of Ganesh Jayanti is considered very important in Hindu religion. People also know this festival by the names Maghi Ganpati, Magh Shukla Chaturthi, Tilkund Chaturthi and Varad Chaturthi. This festival is mainly celebrated in Maharashtra region. This year it will be celebrated on 13th February. This is that special time when people worship Lord Ganesha with devotion.
Ganesh Jayanti auspicious time and date- Shukla Paksha Chaturthi Tithi of Magh month will start from 05:44 pm on Monday, February 12, 2024. It will end at 02:41 pm on Tuesday, 13th February. Along with this, the time of worship of Ganesh Jayanti is from 11:29 pm to 01:42 pm on 13th February.
Ganesh Jayanti puja method- To make this auspicious day even more special, devotees observe fast and worship Bappa with true devotion. Some people also bring a new idol of Lord Ganesha to their home to increase the prosperity of themselves and their family. It is said that modak and red colored chola should be offered to Lord Ganesha on this day. This fulfills the desired wish.
Also knowledge and art increases. People who are constantly troubled by some problem must worship the remover of obstacles.
Mantra of Lord Ganesha- Gajananaaya विद्महे, Vakratundaaya धीमहि। Tenno danti prachodayat.
Sri Vakratunda Mahakaya Surya Koti Samaprabha. O Lord, make me free from obstacles in all my works at all times.
Mahakarnaya विद्महे, Vakratundaya धीमहि। Tenno danti prachodayat.
Gajananaaya विद्महे, Vakratundaaya धीमहि। Tenno danti prachodayat.
Om Gloum Gauri Putra, Vakratunda, Ganapati Guru Ganesha.
Gloom Ganpati, Riddhi Pati, Siddhi Pati do away with trouble. ।। SHRI GANESHAYA NAMAH ।।