स्वर्ण भूमि का कण -कण सारा, राम जन्म से मन है प्यारा।
राम जन्म चोपाई मै स्वर्ण भूमि का कण -कण सारा, राम जन्म से मन है हर्षाया ।परम अयोध्या सरयू बहती,
राम जन्म चोपाई मै स्वर्ण भूमि का कण -कण सारा, राम जन्म से मन है हर्षाया ।परम अयोध्या सरयू बहती,
श्रीरामचरितमानस- बालकाण्ड ।। छन्द-भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौसल्या हितकारी।हरषित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप बिचारी।। लोचन अभिरामा तनु घनस्यामा
राजा दशरथ को कोई पुत्र नहीं था इसलिए वे बहुत चिन्तित थे। उन्होंने गुरु वशिष्ठ जी से अपनी व्यथा सुनाई।
तीजें झुलावें श्री बिहारिन दासी ।श्री हरिदास विपुल रस सागर ।गौर श्याम की खास खवासी ।।हिय वृंदावन भाव तरू कसि
सच्चिदानन्द परब्रह्म परमात्मा सर्वेश्वरभगवान् श्रीकृष्ण के प्राकट्य दिवस (श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ) पर सभी साधको कोअनेकों शुभकामनाएं !! भक्तवत्सल भगवान् विष्णु
भगवान विश्वकर्मा केप्राकट्योत्सव दिवस परआप सभी स्नेहीजनों कोहार्दिक शुभकामनाएं….! ।। विश्वकर्माअष्टकम ।। आदिरूप नमस्तुभ्यम् नमस्तुभ्यम् पितामह।विराटाख्य नमस्तुभ्यम् विश्वकर्मन्नमोनमः।।१।। आकृतिकल्पनानाथस्त्रिनेत्री ज्ञाननायकः।सर्वसिद्धिप्रदाता
चैत्र नवरात्रि से पूर्व जिसकी उंगली “जय माता दी” लिख जाएगी उसकी अर्जी माँ वैष्णो देवी जी के श्रीचरणों में
फुलेरा दूज का त्योहार बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन भगवान श्री कृष्ण और राधा
खेलत दोऊ कुंजन होरी।मूठ गुलाल उडावत सजनी,ढोरत रंग कमोरी।बाजत चंग मृदंग सारंगी,गावत हैं मिल गौरी॥पिचकारी बोछारन बरसत,फेंकत बूकन झोरी।रामसखी मेरे
होली खेले चांदनी रात कान्हा बरसाने मैं आइये,बरसाने मैं आइये कान्हा बरसाने मैं आइये……. कोठे बढ़ के बाट निहारूं तेरे