गुरू  बैठा  शिष्य की आस में जो  ज्ञान को आगे तक पहुंचाएं

  सतगुरु अपने शिष्य को संसार रूपी भवरोग से मुक्त करता है
जो असत्य से सत्य की ओर ले जाएं
जो मृत्यु से अमरता की ओर ले जाएं
जो अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाएं
जो उसके दुर्गुण अवगुणो को दूर करे
उसका आवागमन छुड़ाए है।बंधनों से मुक्त करे
जो जीवन की सच्चाई , सत्य का रहस्य,संसार की सच्चाई बताता है।
वो अपने ज्ञान से अनेकों की बिगड़ी तकदीर को सुधार देता है।
गुरू तो बैठा ही है ऐसे शिष्य की आस में जो इस ज्ञान को आगे तक पहुंचाएं
अनकों के जीवन को सुधार दे
एक दीपक से हजारों दीपक जलाएं जा सकते हैं।
ये ज्ञान तो शेरनी का दूध है
इसे हजम करना मुश्किल है।
ये दूध सोने के पात्र में ठहरता है
सोने का पात्र मतलब
जिसका अन्तःकरण मन निर्मल शुद्ध सरल हो
छल कपट न हो
मैं जबरदस्ती किसी को दिक्षा नहीं देती
क्योंकि
किसी में इतना धैर्य नहीं है
जो इस ज्ञान मार्ग में टिका रहे
क्योंकि
ज्ञान का मार्ग दो धारी तलवार के समान है।
सबसे पहले अपने हृदय की भूमि को उपजाऊ बनाओ
श्रद्धा सेवा समर्पणता ओर विस्वास
जब ये चार पिलर मजबूत हो गये तो नींव मजबूत होगी
तभी ज्ञान का फल लगेगा
इसलिए
जो प्रबल जिज्ञासु हैं वो मुझसे दिक्षा ले सकते हैं।
गुरू को भी ठोक बजाकर देखना चाहिए
बहुत से लोग दिक्षा लेकर चले गए उनका आजतक अता पता नहीं वो लापता हो गए
जब तक बच्चे का स्कूल में एडमिशन नहीं होगा वो बच्चा पढ़ नहीं सकता
इसलिए
गुरू बिन ज्ञान न उपजे
गुरू बिन मिले न मोक्ष
गुरू बिन मिले न सत्य को
गुरू बिन मिटे न दोष
अगर मेरी बात पर भरोसा विस्वास है तो मुझसे जुड़े रहे
मेरी हर पोस्ट को पढ़ें
मेरी भी समस्या है कि
मैं गृहस्थ में हूं
मैं घर नहीं बुला सकती न रख सकती
मेरे पति नहीं
बेटा बहु के पास रहती हूं
मेरी भी कुछ मजबूरियां हैं।
क्योंकि
मैं जो भी बात करती हूं वो बेटे से पूछ कर ही करती हूं
कुर्ते आई मुझसे मिलने पहले मेरा बेटा उनसे बात करता है कि वो कोन है ?कहा से आ रही है?
वो मुझसे मिलकर बातें करके चली जाती है।
इससे ज्ञान थोड़ी होगा
जब बहु काल करिए सतसंगा
बिन प्रयास होगा भव भंगा
हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद 🌹🙏



Satguru frees his disciple from the diseases of the world. that lead from untruth to truth which leads from death to immortality that lead from darkness to light one who removes his bad qualities Free him from his traffic. Free him from his bonds. Which tells the truth of life, the mystery of truth, the truth of the world. He improves the bad fortunes of many with his knowledge. The Guru is waiting for a disciple who can pass on this knowledge. improve the lives of many Thousands of lamps can be lit from one lamp. This knowledge is the milk of a lioness It is difficult to digest. This milk stays in a golden vessel pot of gold meaning Whose conscience is pure and simple there should be no deceit I don’t give initiation to anyone by force. Because no one has that much patience who remains on this path of knowledge Because The path of knowledge is like a two-edged sword. First make the soil of your heart fertile faith, service, dedication and trust When these four pillars become strong then the foundation will be strong. Only then will the fruits of knowledge be reaped. so Those who are strongly curious can take initiation from me. The teacher should also be tested Many people went away after taking initiation, their whereabouts are still unknown, they went missing. Unless the child is admitted to school, he cannot study. so Knowledge cannot arise without a Guru There is no salvation without a Guru. Truth cannot be found without a Guru Without a Guru, no faults are erased. If you have faith in what I say, then stay connected with me. read all my posts I also have a problem that I am in the household I can’t call home or keep you not my husband Son, I live with my daughter-in-law. I also have some compulsions. Because Whatever I say, I do it only after asking my son. Before Kurta came to meet me, my son talked to her asking who she was? Where was she coming from? She talks to me and goes away. This will give you some knowledge When you attend satsanga frequently Without effort the world will be destroyed Hari Om Tat Sat Jai Sachchidanand 🌹🙏

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