भोले की दीवानी बन जाउंगी
दीवानी बन जाउंगी मस्तानी बन जाउंगी
भोले की दीवानी बन जाउंगी
जटा जुट पे गंगा बेहती मस्तक चंदा साजे,
शिव शम्भू घट घट के वासी कन कण में विराजे
मस्तानी बन जाऊगी मस्तानी बन जाऊगी
भोले की दीवानी बन जाउंगी
कानो में कुंडल तन मर्ग शाला सुंदर नैन विशाला,
कैलाश पर्वत पे डेरा डाला योगी रूप निराला
अजानी बन जाउगी
भोले की दीवानी बन जाउंगी
कंठ में विष को धरने वाले अमृत करने वाले,
पीवे भर भर भांग के प्याले शम्भू डमरू वाले,
पुरानी बन जाउगी
भोले की दीवानी बन जाउंगी
चकर कमंडल त्रिशूल धरता श्रृष्टि पालन करता,
दुष्टों के भोले संगार करता दुष्टों के है हरता
भगतानी बन जाउंगी
भोले की दीवानी बन जाउंगी
I will become addicted to naivete
I will become a crazy mastani
I will become addicted to naivete
Donate the head of the Ganges Behati on the jute jute,
Shiva Shambhu resides in the particles of Ghat Ghat.
Will become Mastani I will become Mastani
I will become addicted to naivete
Kundal Tan Marg Shala Sundar Nain Vishala in Kano,
Yogi Roop Nirala camped on Mount Kailash
will become unknown
I will become addicted to naivete
The nectar who hold the poison in the throat,
A cup of cannabis full of peeves with shambhu damru,
will become old
I will become addicted to naivete
Chakar Kamandal Trishul follows the earth’s vision,
He is the destroyer of the wicked.
I will become Bhagtani
I will become addicted to naivete