तुम झोली भर लो भक्तों…रंग और गुलाल से
तुम झोली भर लो भक्तों…रंग और गुलाल सेहोली खेलेंगे अपनेगिरधर गोपाल से कोरा-कोरा कलश मंगाकर…उसमें रंग घुलवाया,लाल गुलाबी नीला पिला…केशर
तुम झोली भर लो भक्तों…रंग और गुलाल सेहोली खेलेंगे अपनेगिरधर गोपाल से कोरा-कोरा कलश मंगाकर…उसमें रंग घुलवाया,लाल गुलाबी नीला पिला…केशर
ऐसा प्यार बहा दे मैया, चरणों से लग जाऊ मैं । सब अंधकार मिटा दे मैया, दरस तेरा कर पाऊं
मेरे कंठ बसो महारानीमेरे स्वरों को अपना स्वर दोगाउँ मैं तेरी बानीमेरे कंठ बसो महारानी…जीवन का संगीत तुम्ही होआशाओं का