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सदा-सर्वत्र सभीमें श्याम।
सदा-सर्वत्र सभीमें श्याम। कर दिया प्रभुने मुझे निहाल।हटा आवरण, कटा जंजाल॥ दीखते अनावरण नंदलाल।बजाते मुरली मधुर रसाल॥ सदा-सर्वत्र सभीमें श्याम।विविध
सदा-सर्वत्र सभीमें श्याम। कर दिया प्रभुने मुझे निहाल।हटा आवरण, कटा जंजाल॥ दीखते अनावरण नंदलाल।बजाते मुरली मधुर रसाल॥ सदा-सर्वत्र सभीमें श्याम।विविध
आपके श्री चरणों में उमर कट जाए सारी,जिधर भी देखु दिखे युगल छवि श्याम तुम्हारी,आपके श्री चरणों में उमर कट
श्याम हमारी पूजा अर्चन किरपा कर स्वीकार करोभगवन मेरे, दर पे तेरे आये है हम उद्धार करो ना पूजा का
भरदे रे श्याम झोली भरदे,भरदे, ना बहला ओ बातों में,ना बहला ओ, बातों में ॥ नादान है अनजान हैं,श्याम तू
श्याम मुझे भी शामिल करले, तेरे इस परिवार मैहाजरी लगवाते रहना, श्याम तेरे दरबार मै ।। श्याम तुम्हारे खाते मे
राधे राधे बोलिये , मिले श्याम का साथ।भक्तो के सर पर रखते,अपने वो दोनों हाथ।राधे राधे बोलिए मिले श्याम
श्याम ने सुना दे तेरे मन की बातादेर भले है अंधेर नहीं हैखबर सै की लेवे सदा आता जाताश्याम ने
कुछ दे या न दे श्याम, इस अपने दिवाने को। दो आँसू तो दे दे, चरणों में बहाने को।नरसी ने
श्याम हमारी पूजा अर्चन किरपा कर स्वीकार करो,भगवन मेरे दर पे तेरे आये है हम उद्धार करो, ना पूजा का
जय श्री श्याम श्याम तुम्हारे खाते मे नाम हमारा लिख लेनाचरण चाकरी दे देना अपनी शरण में ले लेना मेरे