
भगवान मेरा है
भगवान् मेरा है मै भगवान की हूं। मुझे आज और अभी भगवान से सच्चा और पका सम्बन्ध बनाना है। भगवान्

भगवान् मेरा है मै भगवान की हूं। मुझे आज और अभी भगवान से सच्चा और पका सम्बन्ध बनाना है। भगवान्

एक समय कि बात है,भगवान विष्णु सभी जीवों को कुछ न कुछ चीजें भेट कर रहे थे।सभी जीव भेट स्वीकार

शास्त्रों में विनय की महत्ता बतातेहुए यहाँ तक कहा गया है कि – विनय मानव जीवन में बहुत महत्वपूर्ण स्थान

हरि ॐ तत्सत बहुत से लोगों को मेने भगवान की भक्ति करते हुए देखा है कि,अब मुझे ठाकुर जी को

ग्रंथ भारतवर्ष की उपलब्धि है। आज कितना बड़ा दुर्भाग्य है कि किसी किसी के तो यहाँ ग्रंथ ही नहीं है।

हमने गुरु किसलिए बनाया है। गुरू हमारी श्रद्धा और विश्वास के आसन पर विराजमान होते हैं भगवान को भजते हुए

सत्संग से व्यक्ति के जीवन में अलौकिक आध्यात्मिकता का प्रकाश प्रवेश करता है तथा हृदय नैतिकता के आनंद से सरोबार

परम पिता परमात्मा के चिन्तन में हमे अपने मन को लगाना है। हम तो क्या करते हैं कि हम भगवान

आज से लगभग ५० वर्ष पूर्व वृन्दावन के परिक्रमा मार्ग पर वाराहघाट से आगे एक बगीचे के भीतर

नारद मुनि जी को ब्रह्मा जी का मानस पुत्र कहा जाता है।इस पावन पर्व के उपलक्ष्य पर देश भर में