
श्री आद्या महालक्ष्मी चालीसा :—–
नमो जय जय श्री कमलवासिनीआद्यामहालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान |सिद्ध काज मम किजियेनिज शिशु सेवक जान ||चौपाई ———श्री मह लक्ष्मी
नमो जय जय श्री कमलवासिनीआद्यामहालक्ष्मी करूँ माता तव ध्यान |सिद्ध काज मम किजियेनिज शिशु सेवक जान ||चौपाई ———श्री मह लक्ष्मी
ब्रह्मादिक तव पारन पावैं। सदा ईश तुम्हरो यश गावैं॥चारिउ वेद भरत हैं साखी। तुम भक्तन की लज्जा राखीं॥ गुण गावत शारद
विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय । कीरत कुछ वर्णन करूं दीजै ज्ञान बताय ॥ ।।चौपाई।। नमो विष्णु भगवान खरारी,कष्ट
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अंबे दुःख हरनी॥निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूं लोक फैली उजियारी॥शशि ललाट मुख महाविशाला।
जयश्रीराम श्री गुरु चरण सरोजनिज मन मुकुरू सुधारिबरनाऊ रघुवर बिमल यशजो दायक फल चारिबुद्धिहीन तनु जानिकेसुमिरो पवन कुमारबल बुद्धि विद्या