
“स्वर्ग का सेब”
एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए
एक बार स्वर्ग से घोषणा हुई कि भगवान सेब बाँटने आ रहे हैं, सभी लोग भगवान के प्रसाद के लिए
मेरे प्रिय आत्मन्! मनुष्य के जीवन में या जगत के अस्तित्व में एक बहुत रहस्यपूर्ण बात है। जीवन को तोड़ने
क्या कभी आपने सोचा है कि प्राचीन काल में हमारे बड़े-बड़े ऋषि-महर्षि जमीन पर बैठकर ही भोजन क्यों किया करते
एक युवक को अपने पिता के साथ बैंक जाना पड़ा क्योंकि उन्हें कुछ पैसे ट्रांसफर करने थे। बैंक में जाने
एक धनी व्यक्ति ने वसीयत में लिखा- “बेटा मेरे मरने के बाद मेरे पैरों में मेरे ये फटे मोज़े पहनाकर
हमारे पिछले जन्मों के पुण्यों के फलस्वरूप ही आज हमें मनुष्य-जन्म का अनमोल अवसर मिला है पर आज हम अपनी
नवमी तिथि मधुमास पुनीता,शुक्ल पक्षअभिजीत नव प्रीता।मध्य दिवस अति शीत न घामा,पवन काल लोक विश्रामा। राम जनम के हेतु अनेका
एक मित्र ने बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया.. जब
जय श्री हरि। एक मनुष्यके पास एक घोड़ा था। घोड़ा भूखा हो, तो दुःख । बिगड़ जाये, तो दुःख ।
एक बार कागज का एक टुकड़ा हवा के वेग से उड़ा और पर्वत के शिखर पर जा पहुँचा…पर्वत ने उसका