
भगवन्नाममय जीवन
लोग उन्हें काछी बाबा कहते थे। वे जातिके काछी थे और साधु होनेसे नहीं, वृद्ध होनेसे उस प्रदेशकी प्रथाके अनुसार
लोग उन्हें काछी बाबा कहते थे। वे जातिके काछी थे और साधु होनेसे नहीं, वृद्ध होनेसे उस प्रदेशकी प्रथाके अनुसार
सफलताका राज – सच्ची लगन संसारके सबसे महान् वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टीनकी सफलतासे प्रभावित होकर कई युवा उनके पास आते थे
इजरायलके इतिहासमें बादशाह सुलेमानका नाम अमर है। वह बड़ा न्यायी और उदार था। उसके राज्यमें प्रजा बहुत सुखी थी। एक
संसारमें जब पापका प्राबल्य हो जाता है-अनेक बार हो जाता है; किंतु अनेक बार ऐसा होता है कि पाप पुण्यके
एक बार गांधीजीके यहाँ, जब कि वे आठ वर्षके थे, कोई उत्सव था। उस दिन भोजनके लिये कई लोग आमन्त्रित
सोमं सुत्वात्र संसारं सारं कुर्वीत तत्त्ववित् । यथाऽऽसीत् सुत्वचा पाला दत्वेन्द्राय मुखच्युतम् ll (नीतिमञ्जरी 130) महर्षि अत्रिका आश्रम उनकी तपस्याका
नास्तिक और आस्तिक (म0म0 देवर्षि श्रीकलानाथजी शास्त्री ) भारतके मूर्धन्य वैज्ञानिक, नोबेल पुरस्कार विजेता, भारतरत्न चन्द्रशेखर वेंकटरामन् अत्यन्त व्यस्त होते
रस्सीमें सर्पका भ्रम (स्वामी श्रीअमरानन्दजी घड़ीने अभी-अभी नौका घण्टा बजाया था। हिरेन ‘सुन्दरवनके बाघ’ फिल्म देखनेके बाद वापस अपने घर
ऋषि ‘शब्द’ और ‘लिखित’ दो भाई थे दोनों ही बड़े तपस्वी थे और दोनों ही अलग-अलग आश्रम बनाकर रहते थे।
14] कुसंगका फल प्रतिदिन कुछ बगुले आकर एक किसानके खेतकी फसल बरबाद कर जाया करते थे। इसे देखकर किसानने उन