भगवान (Bhagvan)

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र

जीवन में सफलता की कुंजी है ‘सिद्ध कुंजिका’- दुर्गा सप्तशती में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक अत्यंत चमत्कारिक और तीव्र

Read More...

कृष्ण चरितम्

वसुदेव-देवकी-नन्द-यशोदानन्ददायकम्।वन्दे योगीश्वरं कृष्णं गीतापीयूषदायकम्।।१।। कंस-कारागृहे जन्म यस्य बाल्यं च गोकुले।द्वारकायां कर्मयोगस्तं कृष्णं प्रणमाम्यहम्।।२।। पूतना-धेनुकादीन् यः कंस-प्रेरित-राक्षसान्।जघान लीलया वन्दे तमहं यदु-नन्दनम्।।३।।

Read More...

भगवान देख रहा

हे परमात्मा जी मै कहती। भगवान् देख रहा है। मै जब भी घर में कार्य करती मेरा अन्तर्मन पुकारता भगवान्

Read More...

हे हिम हेम किरीट शुभ्र शिव,

हे हिम हेम किरीट शुभ्र शिव,वर निर्झर त्रिपुरारी।कर पन्नग,पन्नग ग्रीवा,सिरवर्द्धमान शशि धारी।। मस्तक मध्य त्रिलोचन शोभित,उर शोभित रघुनायक।वक्ष मुण्ड,कर शूल

Read More...