
अजर अमर गुणनिधि सुत होहू।
अजर अमर गुणनिधि सुत होहू। जानकी माता ने कहा कि हनुमान एक बात बताओ बेटा तुम्हारी पूंछ नहीं जली आग

अजर अमर गुणनिधि सुत होहू। जानकी माता ने कहा कि हनुमान एक बात बताओ बेटा तुम्हारी पूंछ नहीं जली आग

ऐसी बात नहीं है कि अवधपुरी में राजा दशरथ के घर श्रीराम अवतरित हुए तब से ही लोग श्रीराम का

जीवन का आधार ही राम नाम है। संसार चल ही राम नाम से रहा है,राम नाम की महिमा अपरम्पार है।

कलयुग में राम का नाम क्यों है श्रीराम से भी बढ़करराम से बड़ा राम का नाम राम नाम का इन

तुलसीदासजी ने बहुत ही सुन्दर सिद्धान्त की बात कही है। जब वे व्रज में भगवान् श्यामसुन्दर के विग्रह

नमो राघवाय करुणावरुणालय श्रीमद्राघवेन्द्र सरकार महाप्रभु अप्राकृत और सच्चिदानन्दघन हैं। उनके नाम भी अप्राकृत और सच्चिदानन्द-स्वरूप हैं। भगवान् श्रीराम सर्वथा

राम कंहा है राम कंही बाहर नहीं है राम आपकी पुकार मे है राम को कंहा ढूंढ रे बन्दे, प्राणो

श्री राम जय राम जय जय राम- यह सात शब्दों वाला तारक मंत्र है। साधारण से दिखने वाले इस मंत्र
राम से बड़ा राम का नाम: राम नाम का इन दो अक्षर में ही पूरी रामायण है और पूरा शास्त्र

कस्तूरी कुंडल बसे, मृग ढूंढ़ै बन माहि।ऐसे घट-घट राम हैं, दुनिया देखे नाहि।। संत कबीर के इस दोहे का अर्थ