शरद पूर्णिमा रास
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। मान्यता है कि संपूर्ण वर्ष में केवल इसी
आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को शरद पूर्णिमा कहते हैं। मान्यता है कि संपूर्ण वर्ष में केवल इसी
माँ तुलसी पूजन, तुलसी विवाह एवं कार्तिक माह में माँ तुलसी की आरती सबसे अधिक श्रवण की जाती है। तुलसी
।। ।। इस साल २७ नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है। हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। इस
तुलसी महारानी नमो नमः हमारे घर-आगंन में जिनकी उपस्थिति मात्र से सभी दुःख अपने आप दूर हो जाते हैं ऐसी
ॐ तुलस्यै नमः ॐ पावन्यै नमः ॐ पूज्यायै नमः ॐ वृन्दावननिवासिन्यै नमः ॐ ज्ञानदात्र्यै नमः ॐ ज्ञानमय्य नमः ॐ निर्मलायै
छपा दिए हैं कार्ड तुलसा तेरी शादी केतुलसा तेरी शादी के तुलसा शादी केछपा दिए हैं कार्ड तुलसा तेरी शादी
कार्तिक मास के महीने में ब्रज में पूरे मास लोग यमुना स्नान करते हैं और महिलाएं लोकगीत गाती हैं। पेश
किसी गाँव में एक भाट व एक जाट रहता था, दोनों में घनिष्ठ मित्रता थी. एक बार जाट अपनी बहन
दीपावली की अगले दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा पर्व मनाया जाता है, इसे
पहली बार होगा भगवान राम का सूर्य तिलकजय श्रीराम। शुभ दीपावली।बहुत बहुत वधाई।(दीपावली पर विशेष) – ये दीपावली इसलिए महत्वपूर्ण