
परम भागवत पद रत्नाकर
ब्रह्म, ब्रह्म की शक्ति नित्यमें नहीं कभी रंचक भी भेद।जो वह, वही तुम्हीं हो, है निश्चय दोनोंमें नित्य अभेद॥-१॥शक्ति न
ब्रह्म, ब्रह्म की शक्ति नित्यमें नहीं कभी रंचक भी भेद।जो वह, वही तुम्हीं हो, है निश्चय दोनोंमें नित्य अभेद॥-१॥शक्ति न
तत्त्व के साक्षात्कार के लिए सम्पूर्ण प्रयास होते हैं। तत्त्व जिज्ञासा होने के बाद ही श्रवण-मननादि होता है और भगवत्तत्त्व
राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत पुराण सुनातें हुए जब शुकदेव जी महाराज को छह दिन बीत गए और तक्षक ( सर्प
ऋषि अगस्त्य के जन्म की कथा एक बार एक समय पर मित्र (सूर्य) और वरुण (बारिश का देवता) अप्सरा उर्वशी
पदम पुराण के अनुसार जो घर राधा रानी के चरण-चिन्हों से विभूषित होगा वहां भगवान नारायण (भगवान श्री कृष्ण) संपूर्ण
नचिकेता और यमराज के बीच हुए संवाद का उल्लेख हमें कठोपनिषद में मिलता है। नचिकेता के पिता जब विश्वजीत यज्ञ
श्री राम निर्गुण और सगुण मे कोई भेद नहींवह निर्गुण ब्रह्म ही भक्तों के प्रेम के वशीभूत हो कर अधर्मियों
भगवान विष्णु के छठवे अवतार श्री दत्तात्रेय जी की जयंती (मार्गशीर्ष पूर्णिमा) के अवसर परभगवान विष्णु के छठवे अवतार
बुद्धवार, 7 दिसंबर, 2022विक्रमी संवत 2079, शक संवत 1944🎇मार्गशीर्ष माह शुक्ल पक्षनक्षत्र:कृत्तिका💫चतुर्दशी/पूर्णिमा तिथीपूर्णिमा व्रतभ०दत्तात्रेय जन्मोत्सव💫 भगवान को अपने भक्तों का
रामायण और महाभारत के बीच का कालखंड कितना कितना बड़ा है ये हम सभी जानते हैं। रामायण त्रेतायुग में और