मां कामाख्या के महापर्व अंबुबाची की आप सभी सनातनियों को हार्दिक शुभकामनाएं

ॐ शिवगोरक्ष योगी आदेश

।। पगलु वाणी ।।
२२-६-२०२३

🌹 मां कामाख्या के महापर्व अंबुबाची की आप सभी सनातनियों को हार्दिक शुभकामनाएं 🌹

इष्ट और गुरु दोनो साधक और शिष्य के हृदय में रहते है,
इन्हें बहार ढूढने का प्रयास व्यर्थ ही है ।

गुरु का शरीर और इष्ट की मूर्ति मात्र सांसारिक रूप है,
जिन्हें आंखों से देखा जाता है,
हांथो से स्पर्श की अनुभूति ली जाती है ।

परन्तु सत्य यही है कि गुरु और इष्ट वो परम शक्तिया है जो प्राणवायु के समान सदैव अपने शिष्य साधक के आस पास और भीतर रहती है ।

कई उदाहरण है सनातन संस्कृति में जब भी शिष्य ने अपने गुरु को याद किया हज़ारो किलोमीटर दूर होने के बाद भी शिष्य को गुरु की अनुभूति और दर्शन हुए,
और सच्चे भक्त की करुण पुकार पर इष्ट दौड़े चले आये ।

इसलिए गुरु-सत्ता और इष्ट-शक्ति को हृदय में आत्मसात करे,
इनसे आत्मा का एकाकार ही मुक्ति का माध्यम बन जाता है ।।

तू मुझमे है और मैं तुझमे हूँ, नही कोई भी अब हमसे पराया ।
दो दीप की एक ज्योति है पगलु, ब्रह्म ने भी अज़ब खेल बनाया ।।

शिवगोरक्ष कल्याण करे ।
शिवशक्ति भक्ति, शक्ति, मुक्ति, सद्बुध्दि दे ।
भैरव उस्ताद सदा सहाय ।

आदेश😌



Om Shivagoraksha Yogi Order

, Crazy speech. 22-6-2023

🌹 Wish you all a very happy Ambubachi, the great festival of Maa Kamakhya 🌹

Ishta and Guru both live in the heart of the seeker and the disciple. Trying to find them outside is futile.

The body of the Guru and the idol of the Ishta are mere worldly forms, that which is seen with the eyes, The sensation of touch is taken from the hands.

But the truth is that Guru and Ishta are the Supreme Powers who always remain inside and around their disciple-sadhak like the breath of life.

There are many examples in Sanatan culture, whenever the disciple remembered his Guru, even after being thousands of kilometers away, the disciple felt and saw the Guru. And on the compassionate call of a true devotee, the beloved came running.

That’s why imbibe the Guru’s power and God’s power in the heart, With these, the oneness of the soul becomes the medium of liberation.

You are in me and I am in you, no one is alien to us now. There is one light of two lamps, you fool, Brahma also made a strange game.

May Shivagoraksha bring welfare. Shivashakti gives devotion, power, liberation, and good intelligence. Bhairav ​​Ustad Sada Sahay.

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