
बनि गए नन्द लाल लिलिहारा
एक दिन राधा जी भगवान कृष्ण से रूठ गई। अनेक दिन बीत गए पर राधा जी कृष्ण से मिलने नहीं

एक दिन राधा जी भगवान कृष्ण से रूठ गई। अनेक दिन बीत गए पर राधा जी कृष्ण से मिलने नहीं

एक दिन राधा जी भगवान कृष्ण से रूठ गई। अनेक दिन बीत गए पर राधा जी कृष्ण से मिलने नहीं

रास रच्यो वृंदावन में, गूंजे मुरली तान,राधा संग श्याम झूमे, मगन भए सब प्राण। चाँदनी में रास रच्यो, मन हर

श्रितकमलाकुचमण्डल धृतकुण्डल ए।कलितललितवनमाल जय जय देव हरे॥दिनमणिमण्डलमण्डन भवखण्डन ए। मुनिजनमानसहंस जय जय देव हरे ॥कालियविषधरगंजन जनरंजन ए।यदुकुलनलिनदिनेश जय जय देव
नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,जय राधे, जय राधे, जय

कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं कब तक गीत सुनाऊं राधा कब तक गीत सुनाऊं मथुरा छूटी,

मेरो लाला झूले पालना, नित होले झोटा दीजो नित होले झोटा दीजो, नित होले झोटा दीजोमथुरा में जाको जनम लियो

बैकुंठ से सज कर आया रे लाला का पलना. ….ब्रह्मा जी ने गढ़ाया ब्रह्माणी ने सजाया,गोकुल में आए झुलामे री

जन्म लियो दोनों भैया, गोकुल में बाजे बधैया, बाजे बधैया हो बाजे बधैया, जन्म लियो… गलियों गलियों में धूम मची

जन्मे है कृष्ण कन्हैया गोकुल में बाजे बधैया हो,देवकी के जन्मे कन्हैया गोकुल में बाजे बधैया हो…..नंद मगन मन मोतिया