अध्यात्मवाद (Adhyatmvad)

sea 6865425 6405198473969185702504

त्याग भाव

हमे अंग संग खङे प्रभु भगवान श्री हरि की खोज करनी है। उस ज्योति में समाना है जो हमारे भीतर

Read More...
beach 3936766 6408595604749668740544

अन्दर की खोज

परमात्मा अन्दर बैठा है और हम उसे बाहर ढुढते है हम यह नहीं समझते हैं भक्ति प्रेम श्रद्धा शान्ति तृप्ति

Read More...
beach 2836300 640 11165588688693081341.

सांस का पंछी

किराए के घर में अपना कुछ भी नहीं है। ये काया और माया यहीं की यहीं रह जाएगी। अ प्राणी

Read More...
night 3078326 6406633476027275208912

भाव की गहराई 2

नित्य किरया कर्म ज्ञान योग भक्ति मार्ग का निचोड़ एवं प्रभु प्रेम का भाव है।  हम कितनी ही बैठे बैठे

Read More...
boat 1992137 6405517280244959232707

भाव की गहराई 1

मै भगवान को भजता हुं मैं भगवान की पुजा करता हूँ मे मै तत्व का समावेश है मै शरीर हूँ।

Read More...

लक्ष्य की दृढता

जय श्री राम भगवान को भजते हुए भगवान हमे आनन्द बहुत देते है। हृदय आनंद से भरा रहता है। मन

Read More...