
दीपावली पर लक्ष्मीजी के साथ गणेशजी की पूजा क्यों होती है,
दीपावली पर्व पर उपासना प्रश्न है कि जब दीपावली भगवान राम के १४ वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की
दीपावली पर्व पर उपासना प्रश्न है कि जब दीपावली भगवान राम के १४ वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटने की
सच्चिदानन्द रूपाय विश्वोत्पत्यादि हेतवे।तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयम नुमः।। ‘जिसका स्वरूप सच्चिदानन्द है, जो इस समस्त विश्व की उत्पत्ति, पालन
श्रीकृष्ण भगवान द्वारका में रानीसत्यभामा के साथ सिंहासन पर विराजमान थे,निकट ही गरुड़ और सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे।तीनों
वृन्दावन की गोपियों से लेकर दर्द दीवानी मीरा तक, इस सांवरी सलोनी सूरत के अनेक प्रेमी हुए हैं और हर
नमो देव्यै महादेव्यै शिवायै सततं नमः।नमः प्रकृत्यै भद्रायै नियताः प्रणताः स्मतां।।१।। रौद्राय नमो नित्यायै गौर्यै धात्र्यै नमो नमः।ज्योत्स्नायै चेन्दुरूपिण्यै सुखायै
एक बार अर्जुन नीलगिरि पर तपस्या करने गए। द्रौपदी ने सोचा कि यहाँ हर समय अनेक प्रकार की विघ्न-बाधाएं आती
राम राज्य कहीं बाहर नहीं है राम राज्य में आप अपने दिल के नजदीक हो राम राम का सिमरण हमारे
आज शरद पूर्णिमा है हिन्दू धर्म ग्रंथों की माने तो आज ही के दिन भगवान कृष्ण ने महारास लीला रचाई
ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ उठो गुरु प्यारो नाम जपने का समय हो गया हैअमृत नाम महा रस मीठा जिसने पिया उसने सचखण्ड पाया।
।। श्रीराम विष्णु के अवतार हैं, वे आदिपुरुष हैं, जो मानव मात्र की भलाई के लिए मानवीय रूप में इस