(महारथी कर्ण)
।। श्रीहरि: ।। सहस्र कवच नाम का एक असुर था जो भगवान सूर्यदेव का अनन्य भक्त था। वैसे उसका असली
।। श्रीहरि: ।। सहस्र कवच नाम का एक असुर था जो भगवान सूर्यदेव का अनन्य भक्त था। वैसे उसका असली
श्याम बाबा की कहानी महाभारत काल से संबंधित है। श्याम बाबा(बर्बरीक) भीम और हिडिम्बा के पौत्र थे। उनके पिता का
हमारे जीवन में सुख-दुख का आना-जाना लगा ही रहता है. यदि सुख है तो दुख भी आएंगे ही. इसलिए हमें
यदि “महाभारत” को पढ़ने का समय न हो, तो भी इसके नौ सार- सूत्र को ही समझ लेना, हमारे जीवन
शास्त्र कहते हैं कि अठारह दिनों के महाभारत युद्ध में उस समय की पुरुष जनसंख्या का 80% सफाया हो गया
जीवन में शुभ और अशुभ विचारों एवं कर्मों के संस्कार भूमि में देर तक समाये रहते हैं। इसीलिए ऐसी भूमि
महाभारत का जबरजस्त युद्ध चल रहा था कृष्ण अर्जुन की सूझबूझ से कई योद्धा मारे गए थे कई योद्धा मारे
यक्ष द्वारा युधिष्ठिर से पूछे गए प्रश्न।व्यास उज्जैन-से 1- सूर्य किस की आज्ञा से उदित होता है?👉#ब्रह्मा। 2- विपत्ति में
चक्रव्यूह या पद्मव्यूह हिंदू युद्ध शास्त्रों मे वर्णितअनेक व्यूहों (सैन्य-संरचना) में से एक है।**चक्रव्यूह एक बहु-स्तरीय रक्षात्मक सैन्य संरचना है
प्रणामप्रणाम में बड़ी ताकत होती है।पहले लोग सुबह सुबह उठ कर घर के बड़े-बुजुर्गों को झुक कर प्रणाम करते थे,