
रामकथा का एक प्रसंग
महाराज अज और रावण
👉महाराज दशरथ का जन्म बहुत ही एक अद्भुत घटना है पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया जाता है कि👉

👉महाराज दशरथ का जन्म बहुत ही एक अद्भुत घटना है पौराणिक धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया जाता है कि👉

।श्री राम। १-शुद्ध सच्चिदानन्दघन एक परमात्मा ही सर्वत्र व्याप्त है और अखिल विश्व एवं विश्व की घटनाएँ उसी का स्वरूप

हमारे हिन्दू धर्म ग्रंथो वाल्मीकि रामायण, महाभारत आदि में कई ऐसे पात्रों का वर्णन है जिनका जन्म बिना माँ के

।। ।। जो व्यक्ति इसका पाठ निरंतर करता है। शनिदेव उससे प्रसन्न रहते हैं। उसे अकाल मृत्यु तथा हत्या का

तमिल शब्द सेंगोल का अर्थ ‘न्याय’ होता है :- सेंगोल का जिक्र महाभारत और रामायण जैसे ग्रन्थों में भी मिलता

।। ।। वन्दे सिन्दूरवर्णाभं लोहिताम्बरभूषितम्।रक्ताङ्गरागशोभाढ्यं शोणापुच्छं कपीश्वरम्।। भजे समीरनन्दनं, सुभक्तचित्तरञ्जनं, दिनेशरूपभक्षकं, समस्तभक्तरक्षकम्।सुकण्ठकार्यसाधकं, विपक्षपक्षबाधकं, समुद्रपारगामिनं, नमामि सिद्धकामिनम्।।१।। सुशङ्कितं सुकण्ठभुक्तवान् हि यो

उलटा नाम जपत जग जाना।वाल्मीकि भये ब्रह्म समाना।।दोस्तों! तुलसी दास जी लिखते हैँ राम चरित मानस मे कि वाल्मीकि जी

हम प्रतिदिन भगवान की पूजा करते है,लेकिन उस पूजा में हम भगवान से सांसारिक सुखों को भोगने की ही प्रार्थना

।। ।। धनदा उवाचदेवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम्।कृपया पार्वती प्राह शंकरं करुणाकरम्।।१।। देव्युवाचब्रूहि वल्लभ साधूनां दरिद्राणां कुटुम्बिनाम्।दरिद्र दलनोपायमंजसैव धनप्रदम्।।२।। शिव

महर्षि वशिष्ठ द्वारा रचित यह स्तोत्र भगवान शिव की प्रसन्नता एवं धन वैभव प्राप्ति के लिए यह अचूक उपाय है।