
मुक्तिका मूल्य
महाराज बिम्बसारको निद्रा नहीं आ रही थी। तीर्थंकर महावीरने स्पष्ट कह दिया था कि ‘उनको नरक जाना पड़ेगा।’ नरक-महाराज नरककी
महाराज बिम्बसारको निद्रा नहीं आ रही थी। तीर्थंकर महावीरने स्पष्ट कह दिया था कि ‘उनको नरक जाना पड़ेगा।’ नरक-महाराज नरककी
अमें श्रेत्र गाँव के पास एक बड़ा बाँध बनाया गया था आसपासके गाँवोंके किसानोंने उसे बनाने में सहयोग किया था।
‘हे देव! अमर जीवन- ईश्वरीय जीवन प्राप्त करनेका मुझे उपाय बताइये। जगत्की वस्तुओंमें मुझे शान्ति नहीं दीखती।’ एक धनी युवकने
भगवान्की भक्तिमें तल्लीन नामदेवका घरसे बिलकुल ही ध्यान जाता रहा। उनकी पत्नी राजाईको पुत्र भी हो चुका था। घर दाने-दानेके
हेनरी जेम्स और आँसू नवयुगके अंग्रेजी उपन्यासकारोंमें हेनरी जेम्स (1843 – 1916 ई0 ) – का स्थान सर्वोच्च माना जाता
(11) सेवाभावी महात्मा टॉलस्टॉय ‘टॉलस्टॉय केवल एक प्रसिद्ध साहित्यकार ही नहीं वरन् एक उच्चकोटिके सन्त भी थे। एक बार वे
त्रावणकोर राज्यके तोरूर ग्राममें एक साहूकारका हाथी किसी कारणसे उन्मत्त हो उठा। उसने अपने महावत नारायण नायरको सूँड़से पकड़कर पृथ्वीपर
मिट्टीका घड़ा योगिराज भर्तृहरिका नाम योग, विज्ञान एवं वैराग्यका ज्वलन्त प्रतीक है। क्षिप्रा नदीकी समीपवर्तिनी आनन्दमयी सरस भूमि उज्जयिनीमें महाराज
वर्षाके दिन थे, वृष्टि प्रारम्भ हो गयी थी। आयोद धौम्य ऋषिने अपने शिष्य आरुणिको आदेश दिया ‘जाकर धानके खेतकी मेड़
जर्मनमा द्वितीय जोसेफ बहुत दयालु हृदयके पुरुष थे। वे अक्सर साधारण कपड़े पहनकर प्रजाकी हालत जाननेके लिये अकेले ही निकल