अहम से ऊपर उठना है
एक आम आदमी मै का रूप है वह अपने आप को शरीर मानता है। वह कुछ भी करता है तब
एक आम आदमी मै का रूप है वह अपने आप को शरीर मानता है। वह कुछ भी करता है तब
निष्काम साधना👉 यह साधना आध्यात्मिक उन्नति के एकमेव उद्देश्य से की जाती है। अतः इस उद्देश्य को ध्यान में रखते
आत्मा जब शरीर छोड़ती है तो मनुष्य को पहले ही पता चल जाता है । वो स्वयं भी हथियार डाल
“बरसाना”बरसाने की पीली पोखर से प्रेम सरोवर जाने वाले रास्ते से कुछ हटकर वन प्रांत में एक पुराना चबूतरा है।
🙏राधे राधे🙏 अरे मन ! अवसर बीत्यो जात । काल – कवल वश विधि हरि , हर सब , तोरी
जब से सृष्टि की रचना हुई तब से इस धरती पर बड़े-बड़े पंडित ज्ञानी ऋषि मुनि आए जिन्होंने परमात्मा की
कर्म का प्रभाव जीव पे पड़ती है आत्मा किसी भी कर्म और भोग के प्रभाव से प्रभावित नही होती है
गर्ग संहिता के रचयिता महर्षि गार्गेय धर्मशास्त्रों के प्रकांड ज्ञाता थे। वह घोर तपस्वी एवं परम विरक्त थे। ऋषि-महर्षि और
🌹🌹Language of Silence मौन व्यक्ति की उस स्थिति का नाम है जो वाद-विवाद से परे होती है। तत्व-ज्ञानी और अध्यात्म-पथ
कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत