अरे मन ! अवसर बीत्यो जात ।
🙏राधे राधे🙏 अरे मन ! अवसर बीत्यो जात । काल – कवल वश विधि हरि , हर सब , तोरी
🙏राधे राधे🙏 अरे मन ! अवसर बीत्यो जात । काल – कवल वश विधि हरि , हर सब , तोरी
जब से सृष्टि की रचना हुई तब से इस धरती पर बड़े-बड़े पंडित ज्ञानी ऋषि मुनि आए जिन्होंने परमात्मा की
कर्म का प्रभाव जीव पे पड़ती है आत्मा किसी भी कर्म और भोग के प्रभाव से प्रभावित नही होती है
गर्ग संहिता के रचयिता महर्षि गार्गेय धर्मशास्त्रों के प्रकांड ज्ञाता थे। वह घोर तपस्वी एवं परम विरक्त थे। ऋषि-महर्षि और
🌹🌹Language of Silence मौन व्यक्ति की उस स्थिति का नाम है जो वाद-विवाद से परे होती है। तत्व-ज्ञानी और अध्यात्म-पथ
कन्धे पर कपड़े का थान लादे और हाट-बाजार जाने की तैयारी करते हुए नामदेव जी से पत्नि ने कहा- भगत
*🌹अमृतवाणी🌹* *हमें जो मानव शरीर* *मिला है, यह हमारे लिए बहुत ही* *सुयोग की बात है ।इसे हम* *अपने प्रयास
जय श्री राम पढते बहुत कुछ है एक से एक भाव दिल को छुने वाले होते हैं देखना हमे है
हरि ॐ तत् सत् जय सच्चिदानंद बहुत से लोग पूजा पाठ व्रत उपवास को ही ईश्वर की प्राप्ति का साधन
जीवन की मूल आत्म-जिज्ञासायें व सम्भावित समाधान १. भगवान कौन हैं ? भगवान हैं केवल श्री कृष्ण जो साकार हैं