
अदभुत ऊर्जा स्त्रोत
अपने निवास स्थान योगेश भवन से निकलकर नजदीक ही स्थित भंवरताल पार्क की ओर जाने लगा। मेरी वह चाल ही
अपने निवास स्थान योगेश भवन से निकलकर नजदीक ही स्थित भंवरताल पार्क की ओर जाने लगा। मेरी वह चाल ही
अवचेतन मन से कुछ भी पाया जा सकता है।अवचेतन मन- अंतर आत्मा- सूक्ष्म जीव या अन्य कई नामो से जाना
इस सृष्टि के जंहा मे तु ही समायानजर जीधर जाती है तु ही तु नजर आता हैबाहर और भीतर तेरा
सैल्फ कोन्फीडन्स आत्म विश्वासआत्मविश्वास से भरा हुआ व्यक्ति का जीवन मुस्कराता है। हमारा जीवन धन आत्मविश्वास है। हम आत्मविश्वास से
हम कितनी ही साधना करे, परमात्मा का चिन्तन मनन नाम जप करे। प्रभु कि कृपा के बैगर हम ठूठ के
सृष्टि के विराट चक्र में युगों की यात्रा अब अपने अंतिमपड़ाव की ओर बढ़ रही है। सतयुग की निर्मलता,त्रेतायुगकी मर्यादा
बुद्ध के पास एक आदमी आया। उसने कहा. जो नहीं कहा जा सकता, वही सुनने आया हूं। बुद्ध ने आंखें
श्री अयोध्या जी में एक उच्च कोटि के संत रहते थे, इन्हें रामायण का श्रवण करने का व्यसन था। जहां
ना जन्म हमारी मर्जी से होता है ना ही मृत्यु तो जन्म मृत्यु के बीच होने वाली व्यवस्था हमारी मर्जी
अल्बर्ट आइंस्टीन बड़ा गणितज्ञ था, लेकिन उसने विवाह जिससे किया, फ्रा आइंस्टीन से, वह एक कवि स्त्री थी। यह बड़ा