अध्यात्मवाद (Adhyatmvad)

निष्काम कर्मयोग

मनुष्य शरीर कर्म करने के लिए बना है। कर्म करना और फल की इच्छा न करना हीनिष्काम कर्म-योग यानि भक्ति-योग

Read More...

     मृत्यु सत्य है

मृत्यु  यात्रा है आत्मा चोले का नव निर्माण करती है।आत्मा के लिए शरीर का बदलाव वस्त्र बदलने के समान है।

Read More...

कर्म ज्योत जलाओ

मनुष्य शरीर कर्म करने के लिए बना है। कर्म की हम कितनी बाते करे कर्म को शुद्ध रूप से किये

Read More...

शिव-गीता

भगवान राम को  भगवान शंकर का उपदेश पद्मपुराण में १६ अध्यायों में भगवान् श्रीराम के प्रति भगवान् शंकर ने जो

Read More...