पंच पर्वाणि सर्वेभ्यः सदा सुमंगलानि
पंच पर्वाणि सर्वेभ्यः सदा सुमंगलानि धनत्रयोदशी वित्तम ,रुपं चतुर्दशी तथा। दीपोत्सवम प्रकाशं च ,गोवर्धनस्तथा गवां । भ्रातृपर्वम सदा सौख्यम्,नित्यं
पंच पर्वाणि सर्वेभ्यः सदा सुमंगलानि धनत्रयोदशी वित्तम ,रुपं चतुर्दशी तथा। दीपोत्सवम प्रकाशं च ,गोवर्धनस्तथा गवां । भ्रातृपर्वम सदा सौख्यम्,नित्यं
दीपावली से दो दिन पहले धनतेरस फिर नरक चतुर्दशी या छोटी दीपावली। इसे छोटी दीपावली इसलिए कहा जाता है क्योंकि
पुराण के अनुसार कार्त्तिक कृष्ण पक्ष त्रयोदशी तिथि में समुद्र मंथन के दौरान जब धन्वन्तरि प्रकट हुए, तब उनके हाथो
दिपावली का त्योहार है खुशियों की बहार है। दिपावली अंधकार पर प्रकाश की विजय है ।हम शरीर रूप से तो
इस साल धनतेरस के त्योहार को लेकर बहुत कन्फ्यूजन है. धनतेरस का त्योहार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष
*दीप जले तो रोशन आपका जहान हो**पूरा आपका हर एक एक अरमान हो**माँ लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहे आप
“आपके घर में धन की बरसात होशान्ति का वास होसंकटों का नाश हो“माँ लक्ष्मी” का वास हो”धनतेरस का ये शुभ
धनतेरस माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए श्रेष्ठ दिनों में से एक है। आप इस दिन कुछ ऐसे कार्य
भारतीय संस्कृति में स्वास्थ्य को ही सबसे बड़ा धन माना गया है और इस दिन को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के