विजयादशमी पर्व दशहरा 4
रावण दहन होगा और पाप पर पुण्य केअधर्म पर धर्म केविजय का उत्सव मनाया जाएगा। पर रावण कभी मरता नहीं,यदि
रावण दहन होगा और पाप पर पुण्य केअधर्म पर धर्म केविजय का उत्सव मनाया जाएगा। पर रावण कभी मरता नहीं,यदि
दानवता पर देवत्व की ,असत्य पर सत्य की , अधर्म पर धर्म की एवं अन्याय पर न्याय की विजय के
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने जिस दिन रावण का वध किया उस दिन शारदीय नवरात्र की दशमी तिथि थी। राम ने
दशहरा (विजयादशमी व आयुध-पूजा) हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। अश्विन (क्वार) मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को
एक समय की बात है, सतयुग में महिष्मति नाम की एक सुन्दर नगरी थी। यहां इन्द्रसेन नाम के राजा शासन
. “परिवर्तिनी एकादशी” भाद्रपद शुक्ल एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी के नाम से जानते हैं। यह पद्मा/ जयंती एकादशी भी कहलाती
भगवान गणेश के जन्म दिन के उत्सव को गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन, भगवान गणेश को
पर्व मंथन आज भगवान विष्णु के नौवें अवतार श्री बलराम जी का प्रकटतसव पर्व है जो आज के दिन देशभर
श्री हरिदास…हरियाली अमावस्या तक श्री बिहारी जी महाराज अपने फूल बंगले में विराजमान होते है, फूल बंगले समाप्त होने पर
शिवजी की जटा में क्यों विराजमान है गंगाहिंदू धर्म के सभी देवताओं में शिव का अग्रणी स्थान है। भगवान शिव