
“जमीन पर बैठकर भोजन करने से फायदे”
क्या कभी आपने सोचा है कि प्राचीन काल में हमारे बड़े-बड़े ऋषि-महर्षि जमीन पर बैठकर ही भोजन क्यों किया करते
क्या कभी आपने सोचा है कि प्राचीन काल में हमारे बड़े-बड़े ऋषि-महर्षि जमीन पर बैठकर ही भोजन क्यों किया करते
।। नमो आंजनेयम् ।। जीवन में उन्नति के तीन मार्ग कहे गये है- ज्ञान, कर्म और भक्ति। ज्ञान में होश
बेटा घर में घुसते ही बोला,” मम्मी कुछ खाने को दे दो यार बहुत भूख लगी है. यह सुनते ही
वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। एक जापानी पुस्तक के अनुसार जापान में, डॉ वाडा 60 साल
एक आदमी जंगल से गुज़र रहा था ।उसे चार स्त्रियां मिली ।उसने पहली से पूछा – बहन तुम्हारा नाम क्या
।। श्री: कृपा ।। पूज्य “सद्गुरुदेव” जी ने कहा – आहार का सम्बन्ध न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य से है
बहुत समय पहले की बात है , चंदनपुर का राजा बड़ा प्रतापी था , दूर-दूर तक उसकी समृद्धि की चर्चाएं
चेन्नई के एक स्कूल ने अपने बच्चों को छुट्टियों का जो एसाइनमेंट दिया वो पूरी दुनिया में वायरल हो रहा
छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में कभी भी किसी औरत का नाच गाना नहीं होता था, महिलाओं का हमेशा सम्मान
.आनंदमय एवं सुखमय जीवन के लिए सर्व प्रथम हमें आत्म मंथन करने की बहुत बड़ी आवश्यकता है। दुनिया में किसी