श्रीचक्रपाणिशरण जी महाराज भाग – 7
गतांक से आगे – श्रीचक्रपाणि शरण जी ने चार मन्त्रराज श्रीगोपालमन्त्र के अनुष्ठान किये …इसके बाद तो इनके सामने कई
गतांक से आगे – श्रीचक्रपाणि शरण जी ने चार मन्त्रराज श्रीगोपालमन्त्र के अनुष्ठान किये …इसके बाद तो इनके सामने कई
आज का आध्यात्मिक विचार हे मुरलीधर श्याम सलोने…. कितने आकर्षक लगते हो…. मोर मुकुट पिताम्बर धारी म मेरे प्यारे कृष्ण
एक नगर का राजा, जिसे ईश्वर ने सब कुछ दिया, एक समृद्ध राज्य, सुशील और गुणवती पत्नी, संस्कारी सन्तान सब
श्री कुंज बिहारी श्री हरि दासश्री राधा रमण जी की महिमाहरीराम बनारस में गुलाब की पत्तियों को पीसकर गुलकंद बनाने
माता पार्वती भगवान शंकर से पूछती हैं- प्रभु जे मुनि परमारथबादी।कहहिं राम कहुँ ब्रह्म अनादी।। सेस सारदा बेद पुराना।सकल करहिं
गतांक से आगे – “गंगा सिंह का तालाब” ये मोतीझिल मार्ग में स्थित है ….ठाकुर गंगा सिंह नामक किसी व्यक्ति
गतांक से आगे – रामचन्द्र का क्षौरकर्म हुआ …यमुना जी में स्नान करके आया है ये …गुरुदेव श्रीहरिप्रियाशरण देव ने
गतांक से आगे – परम विद्वान श्रीनिम्बार्क सम्प्रदाय के निष्ठावान आचार्य श्रीहरिप्रियाशरण देव जी । ये “बिहारी जी बगीचा” में
। हिंदू महाकाव्य के अनुसार, मां वैष्णो देवी ने भारत के दक्षिण में रत्नाकर सागर के घर जन्म लिया। उनके
कर्ण एक महान योद्ध और दानी राजा था। लेकिन कर्ण ने कुरुक्षेत्र में अपने भाइयों (पांडवो) को छोड़कर कौरवों का