*प्रार्थना की शक्ति*
प्रार्थना में इतनी शक्ति होती है कि वह परमात्मा के सिंहासन को भी हिला सकती है। “प्रार्थना का मोल और
प्रार्थना में इतनी शक्ति होती है कि वह परमात्मा के सिंहासन को भी हिला सकती है। “प्रार्थना का मोल और
हमारे देश में बहुत त्योहार मनाये जाते हैं । उन त्योहारों में से एक रंगपंचमी का त्योहार है । हमारे
परम श्रद्धेय स्वामी जी महाराज जी कह रहे हैं कि एक बार सरल हृदय से दृढ़ता पूर्वक स्वीकार कर लें
हरिहर एक सीधा-साधा किसान था। वह दिन भर खेतों में मेहनत से काम करता और शाम को प्रभु का गुणगान
ॐनमःशिवाय राम जी के सबसे बड़े भक्त शिवजी है।शिवजी निरन्तर राम ,नाम का जप करते है।रामायण के सबसे प्राचीन आचार्य
श्रीहरिः सारे जगत् के आत्मा भगवान् श्रीकृष्ण हैं। यह जगत् तभी सुखी होता है, शान्ति पाता है, जब अपनी आत्मा
बनारस में उस समय कथावाचक व्यास डोगरे जी का जमाना था। बनारस का वणिक समाज उनका बहुत सम्मान करता था।
लेखिका : ~ सुभद्रा कुमारी चौहान जी..।। सिंहासन हिल उठे राजवंशों ने भृकुटी तानी थी,बूढ़े भारत में आई फिर से
जब भगवान स्त्री की रचना कर रहे थे तब उन्हें काफी समय लग गया। छठा दिन था और स्त्री की
|शुक्राचार्य की पुत्री #देवयानी की प्रेम कहानीशुक्राचार्य की पुत्री देवयानी के प्रेम और विवाह की ये कहानी बहुत ही रोचक