चन्द्राकी मरणचन्द्रिका
अरुणोदयका समय था। चन्द्रावती अपनी हवेलीसे बाहर निकली, उसके कटिदेशमें मिट्टीका नवीन कलश ऐसा लगता था मानो भगवान् मोहिनीने अमृत
अरुणोदयका समय था। चन्द्रावती अपनी हवेलीसे बाहर निकली, उसके कटिदेशमें मिट्टीका नवीन कलश ऐसा लगता था मानो भगवान् मोहिनीने अमृत
आत्मविश्वास जिम कॉर्बेट एक महान शिकारी ही नहीं, बल्कि एक जीवट भरे इंसान भी थे। एक बार वे हैजेसे पीड़ित
एक संत कहीं जा रहे थे। एक दुष्ट व्यक्ति उन्हें गालियाँ देता हुआ उनके पीछे-पीछे चल रहा था। संतने उससे
ईश्वरको कौन जानता है ? (श्रीराघवेश्वरजी भारती ) एक बारकी बात है, एक हाथी तालाबमें नहा रहा था। एक छोटा-सा
अभिमन्युनन्दन राजा परीक्षित बड़े धर्मात्मा थे। एक दिन इन्हें मालूम हुआ कि मेरे राज्यमें कलियुग आ गया है। बस, ये
सदाचारके उल्लंघनसे पतन पाण्ड्यदेशमें वज्रांगद नामसे प्रसिद्ध एक राजा हो गये हैं। वे बड़े धर्मात्मा, न्यायवेत्ता, शिवपूजापरायण, जितेन्द्रिय, गम्भीर, उदार,
प्राचीन समयकी बात हैं। कुरुवंशके देवापि और शन्तनुमें एक दूसरेके प्रति स्वार्थ त्यागकी जो अनुपम भावना थी, वह भारतीय इतिहासकी