भगवन्नाम- माहात्म्य
(स्कन्द-पुराण से) कृष्ण कृष्णेति कृष्णेति यो मां स्मरति नित्यशः।जलं भित्वा यथा पद्मं नरकादुद्वराम्यहम्।। भगवान् विष्णु ने ब्रह्माजी से कहा- तुमने
(स्कन्द-पुराण से) कृष्ण कृष्णेति कृष्णेति यो मां स्मरति नित्यशः।जलं भित्वा यथा पद्मं नरकादुद्वराम्यहम्।। भगवान् विष्णु ने ब्रह्माजी से कहा- तुमने
हम में से अधिकांश लोग अच्छा दिखने की कोशिश करते हैं, और दिखाने के लिए इतनी अच्छी और ज्ञान भरी
श्री यमुनाजी भक्तिका स्वरुप है, और भक्ति के प्रकार भी नव है । श्री यमुनाष्टक भी नव श्लोक में है
जिस दिन कान्हा खडे हुए मैया के सब मनोरथ पूर्ण हुये आज मैया ने गणपति की सवा मनि लगायी है।
एक शिष्य अपने गुरु से सप्ताह भर की छुट्टी लेकर अपने गांव जा रहा था। तब गांव पैदल ही जाना
आज का प्रभु संकीर्तन।*मनुष्य योनि में जन्म लेकर हम एक सुन्दर समाज से जुड़ जाते हैं जिसमे रिश्ते,नातो के अतिरिक्त
||जय बलदाऊ||मित्रों, सुप्रभातम्_वरिष्ठ जनों को सादर प्रणाम_ मंगलवार, 5 सितंबर, 2023विक्रमी संवत 2080, शक संवत 1945भाद्रपद माह कृष्ण पक्षनक्षत्र: भरणी
एक आठ साल का लड़का गर्मी की छुट्टियों में अपने दादा जी के पास गाँव घूमने आया। एक दिन वो
एक भक्त के दिल की तङफ होती है कब मेरे अन्दर वैराग्य आएगा। भक्त सोचता है पुरण वैराग्य आ जाए
भारतभूमि के चार प्रमुख पर्वों है, दशहरा, दीपावली,होली और रक्षाबंधन में रक्षाबंधन ही सबसे प्राचीन है। यह एक मात्र पर्व