
“अर्पण”
. अपने को बिना शर्त भगवान् को अर्पण करे। लोग कहते हैं कि अर्पण तो होता नहीं है। इसका
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एक राजा बड़ा सनकी था। एक बार सूर्यग्रहण हुआ तो उसने राजपंडितों से पूछा, ‘‘सूर्यग्रहण क्यों होता है?’’पंडित बोले, ‘‘राहू
एक ग़रीब आदमी था। एक दिन वह राजा के पास गया और बोला- ‘महाराज, मैं आपसे कर्ज़ मांगने आया हूं।
एक आदमी ने बहुत ही सुंदर लड़की से ब्याह किया।वो उसे बहुत प्यार करता था। अचानक उस लड़की कोचर्मरोग हो
️ एक माँ अपने पूजा-पाठ से फुर्सत पाकर अपने विदेश में रहने वाले बेटे से विडियो चैट करते वक्त पूछ
वाराणसी के एक गेस्ट हाउस का एकाउंट है, जहाँ लोग मृत्यु के लिए प्रवेश लेते हैं। इसे ‘काशी लाभ मुक्ति
अबुल अब्बास ईश्वर-विश्वासी त्यागी महात्मा थे; वे किसी से भीख नहीं माँगते, टोपी सीकर अपना गुजारा करते। एक
जिन्दगीकी रफ्तारमें एक सबक तेजी से दौड़ती कारपर एक ईंट आकर लगी। कार सवारने गाड़ी रोकी और देखा एक बच्चा
श्री आशुतोष मुखर्जी कलकत्ता हाईकोर्टके जज और विश्वविद्यालयके वाइस चान्सलर थे। उनके मित्र उन्हें विलायत जानेकी सलाह देते थे और
पतिव्रत धर्मका फल एक समयकी बात है, सब प्रकारके तत्त्वोंको जाननेवाली, सर्वज्ञ एवं मनस्विनी शाण्डिली देवलोकमें गयी। वहाँ कैकेयी सुमना