
परमात्माका वास
परमात्माका वास एक युवक घर-गृहस्थीसे दुखी होकर अपने परिवारको छोड़कर निकल पड़ा। वह एक महात्माके पास पहुँचा और बोला- ‘मैं

परमात्माका वास एक युवक घर-गृहस्थीसे दुखी होकर अपने परिवारको छोड़कर निकल पड़ा। वह एक महात्माके पास पहुँचा और बोला- ‘मैं

श्रीगदाधर भट्टजीसे श्रीमद्भागवतकी भावपूर्ण कथा सुननेके लिये भावुक भक्तोंका समुदाय एकत्र हुआ करता था। श्रीमद्भागवत एक तो वैसे ही भक्तोंका

पण्डित विश्वनाथजी भगवान् रामके परम भक्त थे। उनकी एकमात्र संतान निर्मला बड़ी गुणवती थी। विश्वनाथजीने परम सुशील सुन्दर और सदाचारी

व्याधने जहरसे बुझाया हुआ बाण हरिनोंपर चलाया। निशाना चूककर बाण एक बड़े वृक्षमें धँस गया। जहर 1 सारे वृक्षमें फैल

भगवान् श्रीराम जब समुद्र पारकर लङ्का जानेके लिये समुद्रपर पुल बाँधनेमें संलग्न हुए, तब उन्होंने समस्त वानरोंको संकेत किया कि

एशियाके दमश्क नगरमें मुश्तफा नामका एक धनी और बुद्धिमान् व्यापारी रहता था वह अपने पुत्र सैयदको दूरदर्शी और विचक्षण बनाना

चीनके बादशाहका मन्त्री शाहचांग बहुत थक गया था। उस दिन उसे सबेरे ही बादशाहके सम्मुख एक रिपोर्ट रखनी थी। आधी

मेरा काम है बचाना, मारना नहीं! ‘आ जा पठ्ठे, मुझसे द्वन्द्व-युद्ध कर।’ प्रसिद्ध वैज्ञानिक लुई पाश्चूरको डॉक्टर जुलेस गुइरिनने ललकारा।

उधारकी पिकनिक नहीं स्कूलके कुछ छात्रोंने पिकनिकपर जानेका प्रोग्राम बनाया और तय किया कि प्रत्येक छात्र घरसे कुछ-न कुछ खानेका

आल्सिबाइडिस नामक एक सम्पन्न जमींदार था। उसे अपनी सम्पत्ति और जागीरका बड़ा गर्व था। एक दिन सुकरातके पास जाकर उसने