आपके पैर छुए तो आपको क्या-क्या करना चाहिए।”
किसी के पैर छूने का मतलब है उसके प्रति समर्पण भाव जगाना। जब मन में समर्पण का भाव आता है
किसी के पैर छूने का मतलब है उसके प्रति समर्पण भाव जगाना। जब मन में समर्पण का भाव आता है
भगवन्नाम लेना जबसे शुरू किया, समझना चाहिये कि तभी से जीवन की असली शुरुआत हुई है भगवन्नाम में ऐसी अलौकिक
जय श्री राम नाम जप करें नाम जप को माला लेकर तो करे ही साथ नाम जप को अन्तर्मन मे
भगवान् की भक्तिमें आडम्बर की आवश्यकता नहीं है। बाहरी दिखावा तो वहाँ होता है, जहाँ भीतरकी अपेक्षा बाहरका—करनेकी अपेक्षा दिखानेका
एक बार श्रीकृष्ण के गुरु दुर्वासा ऋषि अपने शिष्यों के साथ कहीं जा रहे थे। रास्ते में किसी जंगल में
मन का समर्पणप्रेम का अर्पणअहंम का तर्पणऔर वहम कासंघर्षणभक्ति मनकी वेदना हैभक्ति मनकी संवेदना हैभक्ति मेरा गहना हैऔर भक्ति कोदिलमें
।।श्रीहरिः।। एक दिन ताज बीबी गोविंददेव मंदिर आयी और चौखट पर प्रणाम कर कुछ प्रणय कोप से श्री गोविंददेव जी
।।श्रीहरिः।। ताज बीबी गुसाईं जी का सत्संग भी सुनने के लिए आया करती थी। वह सत्संग में जिस लीला का
।।श्रीहरिः।। ताज बीबी भगवान् श्रीकृष्ण की परम भक्त थीं। उनके पिता का नाम पढ्न खान था। ताज बीबी का विवाह
श्रीहरी:अनिर्वचनीय प्रेम(पोस्ट 1 ) जो मनुष्य संसार से दु:खी होकर ऐसा सोचता है कि कोई तो अपना होता, जो मुझे