किशोरी सुंदरी श्यामा, तूही सरकार मेरी है।
नहीं है और से मतलब फकत इक आस तेरी है॥
किशोरी सुंदरी श्यामा, मुझे विरहा ने घेरी है।
दर्श की जो कृपा कीजो, की काहे को देरी है॥
टहल बक्शो महल निज की, विनय कर जोर मेरी है।
सरस यह माधुरी दासी, तेरे चरणों की चेरी है॥स्वरश्री बलदेव कृष्ण सेहगल
Kishori Sundari Shyama, you are my government.
It is not there and by that I mean your hope.
Teenage beauty Shyama, I am surrounded by Viraha.
Whoever has the grace of seeing, why is there delay?
Thal Baksho’s palace belongs to me, my emphasis is on humility.
Sir, this Madhuri maid is the cherry at your feet -Swarshree Baldev Krishna Sehgal