गुरुदेव तेरी करुणा इस कदर बरस रही है,
जिसके लिए ये सदियों से कायनात तरस रही है,
गुरुदेव तेरी करुणा इस कदर बरस रही है,
मैं बिगाड़ने में शातिर तुम सवार ने में माहिर,
तेरी करनी पे फ़िदा हु तभी अध् हरष रही है
गुरुदेव तेरी करुणा इस कदर बरस रही है,
भटकन को आ मिटाया जग जाल से छुड़ाया,
रोशन किया ये जीवन रेहमत गरज रही है,
गुरुदेव तेरी करुणा इस कदर बरस रही है,
सजदा करू मैं हर दम दुःख दर्द बचा न गम,
पागल किया गोपाली बंदगी सरस रही है,
गुरुदेव तेरी करुणा इस कदर बरस रही है,
Gurudev your compassion is raining so much,
For which it has been yearning for centuries,
Gurudev your compassion is raining so much,
I am a master at perverting you,
I am happy with your actions, then I have been half happy.
Gurudev your compassion is raining so much,
The wandering came to be erased, the world was freed from the trap,
Illuminated this life Rehmat is thundering,
Gurudev your compassion is raining so much,
Sajda, I will always save pain and sorrow, neither sorrow,
Gopali Bandgi is mad,
Gurudev your compassion is raining so much,