बस यही अरदास मैं हर साल करता हूँ
खाटू आऊँ फागण में ये आस करता हूं
जय बाबा थारी, जय बाबा थारी हो
जय श्याम थारी, जय श्याम थारी हो
श्याम जब से देखी सूरत,बस गए मन में
कोई देखे या न देखे,तुम हो जीवन मे
मुश्किलें कितनी भी हों, खुशहाल रहता हूँ
खाटू आऊँ…….
कोई चिंता कोई उलझन, या कोई ग़म हो
खाटू आके देख पीड़ा,दूर सब की हो,
श्याम की नगरी में ये ही बात कहता हूं
खाटू आऊँ फागण में…
तुम भी देखो,धुन में रम के श्याम प्यारे की
होगी किरपा सब पे देखो,खाटू वाले की
इसलिए मनदीप मैं दरबार आता हूँ
खाटू आऊँ फागण में ये आस करता हूं
रचना- मनदीप जांगडा
That’s the only prayer I do every year
Come to Khatu, I hope this in Phangan
Jai Baba Thari, Jai Baba Thari Ho
Jai Shyam Thari, Jai Shyam Thari Ho
Ever since Shyam saw Surat, it settled in his mind
No one sees it or not, you are in life
no matter what the difficulties, i am happy
Come eat……
no worry, no confusion, or any sorrow
Seeing Khatu coming, the pain is far away from everyone,
I say the same thing in the city of Shyam
Come to Khatu in Phangan…
You also see, in the tune of Shyam Pyare of Rum
Will look at everyone, Khatu Wale’s
that’s why mandeep i come to the court
Come to Khatu, I hope this in Phangan
Composition – Mandeep Jangda