प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में ,
अब आके पार लगा दे मेरा कोई नही संसार में,
प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में ,
नदिया है बड़ी गेहरी न सूझता किनारा,
डूबी हुई कश्ती को दे श्याम तू सहारा,
खाये हिचकोले ये डगमग डोले,
बड़ी तेज गति है व्यार में,
अब आके पार लगा दे मेरा कोई नही संसार में,
प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में ,
पतवार भी तुम्ही हो तुम ही मेरे खिवैयाँ,
आ जाओ बन माझी मेरे श्याम ओ कन्हियाँ,
तुम ही रखवाले इस अधलगी संसार में,
अब आके पार लगा दे मेरा कोई नही संसार में,
प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में ,
सारे जहां में गूंजे तेरे नाम का जैकारा,
हारे का साथी बाबा श्री श्याम है हमारा
मुझे अपना बना ले मैं भटक रहा बेकार में,
अब आके पार लगा दे मेरा कोई नही संसार में,
प्रभु श्याम बचा ले मेरी नाव फसी मजधार में ,
Lord Shyam save my boat stuck in Mazdhar,
Now come and put me across the world,
Lord Shyam save my boat stuck in Mazdhar,
The river is very deep, the unexplained shore,
Shyam, you give support to the sunken kayak,
Eat this staggering dole,
There is great speed in business,
Now come and put me across the world,
Lord Shyam save my boat stuck in Mazdhar,
You are also the helm, you are my drivers,
Come become my mother, my shyam o Kanhiyan,
You are the keeper in this half-hearted world,
Now come and put me across the world,
Lord Shyam save my boat stuck in Mazdhar,
Jakara of your name echoed in all the places,
The partner of the loser is our Baba Shyam Shyam.
Make me yours, I’m wandering in vain,
Now come and put me across the world,
Lord Shyam save my boat stuck in Mazdhar,