साईं मस्त मलंगा मेरा साईं मस्त मलंगा ,
मन साईं रंग रंगा साईं मस्त मलंगा ,
साईं मस्त मलंगा मेरा
घर घर जाकर अलख जगाए,
मन को अंदर तल्ख जगाए,
जो खुद आ कर प्यास बुजाये एसी है गंगा,
साईं मस्त मलंगा मेरा
मंदिर मशिज्द और गुरु द्वारे,
इक दाता के घर है सारे,
फिर काहे का झगड़ा प्यारे क्या फसाद क्या दंगा,
साईं मस्त मलंगा मेरा
साईं के सब से याराने,
सब के संग निभाना जाने,
सब को देता पानी दाने क्या माडा क्या चंगा,
साईं मस्त मलंगा मेरा
Sai Mast Malanga Mera Sai Mast Malanga,
Man Sai Rang Ranga Sai Mast Malanga,
sai mast malanga mine
Wake up the light by going from house to house,
Awaken the turmoil inside the mind,
The one who comes himself and quenches his thirst is the Ganges,
sai mast malanga mine
Temple Masjid and Guru Dwara,
The house of one donor is all,
Then what’s the fight, dear, what a riot, what a riot,
sai mast malanga mine
Dearest to all of Sai,
To play with everyone,
Gives water to everyone;
sai mast malanga mine