ओ मेरे बांके बिहारी जी दर्शन दो दर्शन,
ओ मेरे कुञ्ज बिहारी जी दर्शन दो दर्शन
मुझको न तडपाओ दर्शन दो दर्शन
मेरे मन के द्वार खुले तेरे मंदिर में आ कर ,
मेरी किस्मत खुल गई है वृधावन को भा कर,
अब आस तुम्हारी जी,
ओ मेरे बांके बिहारी जी दर्शन दो दर्शन,
मैं जन्मो की प्यासी तेरे द्वारे आई हु,
कुछ पास नही मेरे बस भाव ही लाई हु,
मेरे भाव को अप ना लो दर्शन दो दर्शन दो,
ओ मेरे बांके बिहारी जी दर्शन दो दर्शन,
करदो दया मोहन हम तेरे सहारे है हरिदास पुकारे है,
निधिवन में विराजे है,
दर्शन के प्यासे है ये नैन हमारे है,
ओ मेरे बांके बिहारी जी दर्शन दो दर्शन,
Oh my Banke Bihari ji, give me Darshan,
Oh my kunj bihari ji have two darshan
don’t hurt me, see me
The doors of my mind opened by coming to your temple,
My luck has opened up like Vridhavan,
Now your hope
Oh my Banke Bihari ji, give me Darshan,
I have come thirsty for birth through you,
Cook is not near me, I have brought only feelings,
Don’t take my spirit, give Darshan, give Darshan,
Oh my Banke Bihari ji, give me Darshan,
Do Daya Mohan, we are your support, Haridas has called,
Nidhivan is seated,
Thirsty for darshan, this Nain is ours,
Oh my Banke Bihari ji, give me Darshan,