जब से सांवरिया से पहचान हो गई,
जिंगदी तब से खाटू वाले की गुलाम हो गई,
मेरे घर में कमी नहीं िब किसी बात की,
जब से मने चौकठ चूमी है श्याम की,
तब से उस की रेहमत की बरसात हो गई,
जिंगदी तब से खाटू वाले की गुलाम हो गई,
जब से रंग चढ़ा है खाटू धाम का,
कहने लगे दीवाना है ये तो श्याम का,
जब से निगाहें उस की मेहरबान हो गई,
जिंगदी तब से खाटू वाले की गुलाम हो गई,
Ever since I was identified with Saawariya,
Since then Jingdi became the slave of Khatu Wale,
There is no shortage in my house, no matter what,
Ever since I have kissed Shyam’s,
Since then it has rained for his mercy,
Since then Jingdi became the slave of Khatu Wale,
Ever since the color of Khatu Dham has risen,
He started saying that he is crazy about Shyam.
Ever since his eyes were kind to her,
Since then Jingdi became the slave of Khatu Wale,