रहता है दिल में मेरे और चरणों में मैं रहता हूँ
वो मुरली वाला है जिसे मैं प्यार करता हूँ ‘
दिल एक मंदिर समझता है कान्हा
चरणों से बढ़कर ना कोई ठिकाना
कहता वो सब कुछ मुझे और मैं भी इसे कहता हूँ
वो मुरली वाला है जिसे मैं प्यार करता हूँ ‘
ये दिल से बहार निकलता नहीं है
मिलने का मौका भी मिलता नहीं है
इसकी ख़ुशी के लिए ये ग़म भी मैं सेहत हूँ
वो मुरली वाला है जिसे मैं प्यार करता हूँ ‘
न कोई रिश्ता ना कोई नाता
बनवारी किस्सा समझ में ना आता
लगता है सब कुछ मेरा और मैं भी तो कुछ लगता हूँ
वो मुरली वाला है जिसे मैं प्यार करता हूँ
Lives in my heart and I live in feet
That’s the fife I love’
Heart considers a temple Kanha
no place beyond the feet
He tells me everything and I say it too
That’s the fife I love’
it doesn’t come out of my heart
don’t even get a chance to meet
For its happiness this sorrow is also my health
That’s the fife I love’
no relation no relation
I don’t understand the banwari story
Everything seems to be mine and I feel something too
he’s the one i love