भर नजर देखु तूझे। घनश्याम तब आये मजा,
यार से मिलती रहे बस। प्यार की मीठी सदा,
भजन– तर्ज— अगर दिलबर की रुसवाई—
सजाये बैठे है मेहफिल। होरही शाम आजाओ,
तुम्हारी ही कमी है साँवरे। घनश्याम आजाओ,
हजारों कोइसीसे मैने किया तुमको मनाने की,
कभी रोकर कभी गा कर। ब्यथा अपनी सुनाने की,
मगर अबतक हरेक कोसिस हुई नाकाम आजाओ,
तुम्हारी ही कमी है साँवरे———
हमारे दिल की चाहत को जराभी तुम ना गुनते हो,
बहुत देरी हुई क्यूँकर नही। फरियाद सुनते हो,
अगर रूठे हुए हो तो करु क्या कुछतो बतलाओ,
तुम्हारी ही कमी है साँवरे———
सभी साथी और संबंधी तेरे स्वागत में आये है,
अकेला मैं नही प्यासा। सभी पलकें बिछाये है,
तड़प सुनलो दिलों की दिल के ओ दिलदार आजाओ,
तुम्हारी ही कमी है साँवरे———
Look at you all the time. Ghanshyam then came the fun,
Just keep meeting dude. love’s sweet forever,
Mehfil is sitting decorated. Come early evening,
Only you are missing in the evening. Ghanshyam come,
Thousands of ways have I done to persuade you,
Sometimes by singing. to narrate your pain,
But till now every attempt has failed,
Only you are short of the sun——–
You do not sing the desire of our heart at all,
Why is it not too late? hear the complaint
If you are angry then what should I do, tell me something.
Only you are short of the sun——–
All friends and relatives have come to welcome you,
I am not thirsty alone. All the eyelids are laid,
Listen to the yearning of hearts, come to the hearts of hearts,
Only you are short of the sun——–